विधुत से सम्बंधित परिभाषा - आवृति ,चक्र , फेज ,न्यूट्रल और अर्थ |




विधुत से सम्बंधित  परिभाषाये-

                    1.आवृति,  2. आवर्तकाल , 3.चक्र , 4.फेज , 5. न्यूट्रल , 6. अर्थ .


1. आवृति (Frequency):-  एक सेकंड में Alternating Current की जितनी चक्र ( Cycle ) बनती है वह आवृति कहलाती है | अथवा Alternating Current द्वारा एक सेकंड में पूर्ण किये गए चक्रो कि संख्या ,उसकी आवृति कहलाती है |
                                     इसे ' f ' से प्रदर्शित करते है तथा इसकी मात्रक हर्ट्ज़ (Hz ){ प्रति सेकंड }है |
                                       
                                                  f =1/T


                                       भारत में Alternating Current की Frequency 50 हर्ट्ज़ यानि 50 चक्र  प्रति सेकंड है जबकि USA में यह 60 चक्र प्रति सेकंड हैं | |

2. आवर्तकाल (Time Period ) :- Alternating Current के एक सम्पूर्ण चक्र में लगे  समय को आवर्तकाल कहते हैं |                             
                                                इसे 'T' से प्रदर्शित करते है इसका मात्रक सेकंड है |

आवर्तकाल ग्राफ 


3. चक्र (Cycle ) :- 0० से 360० तक Alternating Current का एक चक्र पूरा होता है  जिसमे दो बार अधिकतम और दो बार शून्य वोल्टेज और कर्रेंट उत्पन्न होती है |
Cycle graph


4. फेज (Phase ) :- Alternating Current की तरंगे एक ही दिशा में चलती है यह तरंग वोल्टेज और कर्रेंट कि होती है  AC की इस तरंग को ही फेज कहते हैं |

  1.                              फेज के लिए ज्यादा तर लाल तार का उपयोग होता है इसकी पहचान यही होती है और हम इसे टेस्टर से चेक कर सकते है |


5. न्यूट्रल (Neutral ) :- Neutral का मतलब रिक्त व उदासीन होता है इसलिए  इसका उपयोग सिंगल फेज परिपथ को पुरा करने के लिए किया जाता है |
                                   बिना  न्यूट्रल तार के सिंगल फेज Supply उपयोग में नहीं लाया जा सकता है |
तीन फेज Supply में किसी भी एक फेज को और एक न्यूट्रल supply ले कर हम सिंगल फेज supply उपयोग में ला सकते हैं |

6. अर्थ  (Earth ) :- यह उपकरण कि सुरछा और धात्विक उपकरणों को छुने पर शोक न लगे एस लिए हर उपकरण को अर्थ करना चाहिए |
                            उपकरण के धात्विक भाग को अर्थ कर देना चाहिए अर्थ कर देने से अगर उपकरण में या उसके उपरे धात्विक भाग में अगर किसी कारण से supply आ जाता है तो वह अर्थ हो जायेगा उस उपकरण को छुने से शोक नहीं लगेगा |

Earth Symbol

POST से सम्बंधित तथ्य :-

       1. आवृति ,आवर्तकाल के व्युत्क्रम (उल्टी )राशि है |
       2. ज्यादा तर वायरिंग में लाल रंग की तार फेज तथा काले रंग की तार न्यूट्रल के लिए प्रयोग होते है |
       3. इलेक्ट्रिकल नियम के अनुसार फेज हमेशा सोकेट के Right Side में होता है |
       4. अर्थ के लिए हरे रंग की तार प्रयोग की जाती हैं |
       5.अर्थ की पोटेन्शियल शून्य होता है |







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